भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से 45 प्लस वालों को वैक्सीन का पहला डोज नहीं लगाया जाएगा। वैक्सीन की कमी और दूसरा डोज लेने वाले की लंबी कतार को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह बड़ा फैसला किया है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला के मुताबिक प्रदेश में अगले कुछ दिनों के लिए 45 प्लस वाले लोगों को टीके का पहला डोज नहीं मिलेगा, अभी सिर्फ उन्हीं लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी जिन्हें वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जाना है।
दरअसल मध्यप्रदेश में इस वक्त करीब 57 लाख लोग कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए इंतजार कर रहे है। ऐसे में इन्हें समय पर वैक्सीन देना सरकार की प्राथमिकता है और इसीलिए सरकार ने फिलहाल 45 प्लस वालों को वैक्सीन का पहला डोज नहीं देने का निर्णय लिया है। डॉक्टर संतोष शुक्ला के मुताबिक जैसे ही ही दूसरे डोज वालों को कवर कर लिया जाएगा वैसे ही फिर 45 प्लस वालों का वैक्सीनेशन शुरु कर दिया जाएगा।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर संतोष शुक्ला कहते हैं कि लोगों को कोरोना के सुरक्षित रखने के लिए यह फैसला किया गया है। अभी पहला डोज लगने के बाद केवल 30-40 फीसदी एंटीबॉडी बनती है वहीं दूसरी डोज लगने के बाद सीरो एंटीबॉडी 80 फीसदी बन जाती है जिससे कोरोना संक्रमण से बच सकते है। वह कहते हैं कि ऐसे में दूसरा डोज लगाने के बाद हम बड़े आबादी को सुरक्षित कर उस निश्चित एरिया में हर्ड इम्युनिटी की ओर बढ़ जाएंगे।
प्रदेश में 45 प्लस के लोगों का बैकलॉग खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अलग से सत्र लगाने के साथ वैक्सीनेशन में FIFO की स्ट्रेजी अपना रहा है, यानि अगर किसी व्यक्ति को दूसरा डोज 60 दिन से ड्यू है और उसके साथ आए व्यक्ति का दूसरा डोज 50 दिन से ड्यू है तो 60 दिन वाले व्यक्ति को प्राथमिकता दी जाएगी। वैक्सीन का दूसरा डोज लेने वालों को फोन और एसएमएस से सूचना देकर वैक्सीन के लिए बुलाया जा रहा है।
वहीं जिन लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन का पहला डोज लगवाया है उनको अब 42 दिन बाद ही वैक्सीन का दूसरा डोज लगाया जाएगा। कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर यह फैसला ब्रिटेन की स्टडी के आधार पर लिया गया है इसके मुताबिक वैक्सीन का दूसरा डोज 6 से 8 हफ्ते में लगाने पर उसकी प्रभावशीलता 90% तक हो जाती है जबकि कम समय अंतराल पर 60 से 70 फ़ीसदी ही रहता है। अभी वैक्सीन का दूसरा डोज 28 से 42 दिन के बीच लग रहा था।