स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी परामर्श में कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के संपर्क में आ आ गया है तो उसके शरीर पर दवाइयों का छिड़काव करने से भी उसके शरीर में प्रवेश कर चुका वायरस नहीं खत्म होगा। ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है जो इसकी पुष्टि करे कि इससे शरीर का बाहरी हिस्सा संक्रमण से मुक्त हो जाता है।
परामर्श में कहा गया है, ‘व्यक्तियों और समूह पर किसी भी सूरत में ऐसी दवाइयों का छिड़काव करने की सलाह नहीं दी जाती है। किसी भी व्यक्ति या समूह पर रासायनिक घोल का छिड़काव शारीरिक एवं मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाता है।‘ (भाषा)