असकावा ने महामारी की रोकथाम के लिए भारत सरकार के उपायों की सराहना की। इन उपायों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यक्रम, उद्योग जगत को कर और अन्य राहत तथा 26 मार्च को घोषित 1.7 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक राहत पैकेज शामिल है।
असकावा ने कहा कि एडीबी भारत की आपातकालीन जरूरतों में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम स्वास्थ्य क्षेत्र और गरीबों, अनौपचारिक श्रमिकों, छोटे तथा मझौले उद्योगों और वित्तीय क्षेत्र पर इस महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद के लिए 2.2 अरब अमेरिकी डॉलर की तत्काल सहायता देने की तैयारी कर रहे हैं।
एडीबी ने एक बयान में कहा कि इस दौरान वह निजी क्षेत्र की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए भी काम कर रहा है। जरूरत पड़ने पर भारत के लिए एडीबी की सहायता को और बढ़ाया जाएगा। हम भारत की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी वित्तपोषण विकल्पों पर विचार करेंगे जिसमें आपातकालीन सहायता, नीति आधारित ऋण और बजटीय समर्थन शामिल हैं। (भाषा)