बेंगलुरु। पिछले कुछ दिनों से दिन-रात जुटा हुआ भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) कोविड-19 रोगियों के लिए स्वदेशी वेंटिलेटर प्रोटोटाइप का निर्माण कर रहा है और इसके इसी महीने तैयार हो जाने की उम्मीद है। कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहे भारत को भी अन्य देशों की तरह वेंटिलेटरों की कमी से जूझना पड़ सकता है।
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में वर्तमान बाधा के चलते विनिर्माता वेंटिलेटरों के महत्वपूर्ण अवयव (उपकरण) विदेशों से मंगाने में असमर्थ हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए यहां आईआईएससी की एक टीम एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल वेंटिलेटर का प्रोटोटाइप बना रही है। उसमें केवल उन्हीं अवयवों (उपकरणों) का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो भारत में पाए जाते हैं या बनाए जाते हैं।
यह ब्रिटिश औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल उत्पाद नियामक एजेंसी के दिशा-निर्देशों पर आधारित होगा। आईआईएससी के अनुसार इसके अगले कुछ सप्ताह में तैयार हो जाने की उम्मीद है। डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम्स इंजीनियरिंग में प्रधान अनुसंधान वैज्ञानिक टीवी प्रभाकर ने कहा कि हम इसे इसलिए बना रहे हैं ताकि कोई भी इसे नि:शुल्क इस्तेमाल कर सके। (भाषा)