इंटरपोल ने कहा कि ऐसे भी कुछ मामले सामने आए हैं, जहां राजनेताओं को कोरोना संक्रमित पत्र भेजे गए हैं। हालांकि, इंटरपोल ने ऐसे किसी भी नेता के नाम का जिक्र नहीं किया है, जिसे संक्रमित चिट्ठी भेजी गई हो।
दिशानिर्देशों में कहा गया है, 'जांच एजेंसियों के अधिकारियों, डॉक्टर्स और एशेंसियल वर्कर्स को डराने के लिए उनके चेहरे पर खांसने और थूकने के उदाहरण सामने आए है।