साउथ अफ्रीकन मेडिकल एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ने बताया कि उनके क्लिनिक में 7 मरीज आए थे जिनके लक्षण डेल्टा वेरिएंट से अलग थे और 'बेहद हल्के' थे। उन्होंने बताया कि 18 नवंबर को उनके पास मरीज आए थे जिन्हें शरीर में दर्द और सिर दर्द जैसी शिकायत थी। इसके लक्षण सामान्य वायरल फीवर जैसे ही थे। इसलिए हमने टेस्ट किया जिसमें इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसी दिन कुछ और मरीज उन्हीं लक्षणों के साथ उनके पास आए। उसके बाद से उसके पास समान लक्षण वाले 2 से 3 मरीज आ रहे हैं।
डॉ. कोएत्जी वही डॉक्टर हैं जिन्होंने सबसे पहले ओमिक्रॉन संस्करण की पहचान की थी। उन्होंने बताया कि जो मरीज अभी आ रहे हैं उनमें काफी हल्के लक्षण हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है। ऐसे मरीजों का इलाज घर पर ही किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि डेल्टा वैरिएंट के विपरीत ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज ने न तो गंध की और न ही जांच की और न ही उसका ऑक्सीजन स्तर गिरा।