UP सरकार का बड़ा फैसला, आम लोगों पर हुए लॉकडाउन उल्लंघन के मुकदमे वापस लिए जाएंगे

शनिवार, 13 फ़रवरी 2021 (20:28 IST)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दौरान कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ने के लिए आम लोगों के खिलाफ दर्ज शिकायतों को वापस लेने का फैसला किया है।

शनिवार को एक आधिकारिक प्रवक्‍ता ने बताया कि कोरोनावायरस महामारी फैलने के बाद विभिन्‍न चरणों में लॉकडाउन के दौरान प्रोटोकॉल तोड़ने के लिए राज्‍य के विभिन्‍न जिलों में 2.5 लाख से अधिक लोगों के खिलाफ शिकायतें दर्ज की गईं थीं।

प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत शिकायतें दर्ज की गई थीं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि यदि शिकायतें गंभीर नहीं हैं तो उन्हें वापस ले लिया जाना चाहिए।

प्रवक्ता ने कहा कि इस फैसले से न केवल अदालतों पर बोझ कम होगा बल्कि पुलिस और कचहरी का चक्‍कर लगा रहे लाखों लोगों और व्‍यापारियों को इससे छुटकारा मिलेगा। पिछले महीने इसी तरह के एक फैसले में सरकार ने कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ने के लिए व्यापारियों के खिलाफ दर्ज शिकायतों को वापस लेने के निर्देश जारी किए थे।

प्रवक्‍ता के अनुसार कोविड -19 प्रोटोकॉल को तोड़ने के लिए दर्ज की गई शिकायतों को वापस लेने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।
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उल्‍लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में कोविड-19 नियंत्रण में सफल संचालन की वजह से स्थिति सामान्‍य हो रही है और कोरोनावायरस से ठीक होने वाले मरीज़ों की दर 98 प्रतिशत पहुंच गई है, जो कई राज्‍यों की तुलना में अधिक है।

लोकतंत्र को कमजोर कर रही भाजपा सरकार : राष्‍ट्रीय महिला दिवस और सरोजिनी नायडू की जयंती पर शनिवार को उत्‍तर प्रदेश के सभी जिलों में समाजवादी पार्टी (सपा) ने 'समाजवादी महिला घेरा' कार्यक्रम आयोजित करने का दावा किया है।
 
शनिवार को सपा मुख्‍यालय से जारी बयान के अनुसार, शनिवार को उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के समाजवादी पार्टी के कार्यालयों में महिलाओं की सुरक्षा, मान सम्मान, बेरोज़गारी, शैक्षिक क्षेत्र की समस्याओं एवं अन्य मुद्दों पर 'समाजवादी महिला घेरा' कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित हुआ।

बयान में कहा गया है कि बड़ी संख्या में महिलाओं ने कार्यक्रम में शिरकत की और महिलाओं से सम्बन्धित मसलों पर चर्चा की। बयान के अनुसार इस आयोजन में समाजवादी पार्टी की सरकार के समय महिला कल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी दी गई।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी कार्यालय, लखनऊ में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, स्वतंत्रता आंदोलन से लोकतंत्र को ताकत मिली लेकिन भाजपा सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। भाजपा साजिश के तहत लोकतांत्रिक संस्थाओं की प्रासंगिकता समाप्त कर रही है। देश आज संक्रमण के दौर में है तथा संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर हमला किया जा रहा है।

सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने स्वतंत्रता सेनानी, प्रथम महिला राज्यपाल एवं कवियित्री सरोजिनी नायडू की देश के लिए की गई सेवाओं की सराहना करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। यादव ने कहा कि महिलाओं के अधिकारों के लिए समाजवादी पार्टी हमेशा संघर्षशील रही है और महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है।

इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया, महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आसिम आजमी, सपा के मुख्‍य प्रवक्‍ता राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व सांसद तूफानी सरोज, विधायक इरफान सोलंकी, एमएलसी उदयवीर सिंह तथा मोहम्मद इदरीश समेत कई प्रमुख समाजवादी नेता मौजूद रहे।(भाषा)

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