प्रदेश के नाम अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी मजदूरों को लेकर कई बड़े एलान किए। मुख्यमंत्री ने कोरोना संकट के चलते प्रवासी मजदूरों की तकलीफ पर चिंता जताते हुए कहा कि अब प्रदेश से बाहर जाने वाले प्रवासी मजदूरों को बाहर जाने से पहले कलेक्टर के पास रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जिससे जहां भी वह जाए वहां उनका ध्यान रखा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना ने अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। कोरोना संकट के बाद प्रदेश के 6 लाख प्रवासी मजदूरों को उनको गांव और घर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि इसके साथ प्रदेश किसी अन्य राज्य के प्रवासी मजदूरों को पैदल नहीं चलने दिया गया है। उनको भोजन –पानी के साथ ऐसे मजदूरों को उनके राज्य की सीमा तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई।