एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम के चलते उन्हें 9 नवंबर को यहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। एक चिकित्सक ने बताया कि 30 अक्टूबर को भालके के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी, हालांकि संक्रमणमुक्त होने के बाद वे घर लौट गए थे।
उन्होंने बताया कि बुखार और खांसी होने पर भालके को 9 नवंबर को फिर से अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन बाद में उनकी हालत बिगड़ गई तथा उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। भालके का हालचाल जानने के लिए राकांपा प्रमुख शरद पवार शुक्रवार शाम को अस्पताल पहुंचे थे। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर भालके ने 2018 में इस्तीफा दे दिया था। तब वे कांग्रेस के विधायक थे। (भाषा)