भारत की कोविड-19 टीकाकरण रणनीति की समीक्षा के लिए PM मोदी ने बैठक की

शनिवार, 21 नवंबर 2020 (00:36 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को भारत की कोविड-19 (Covid-19) टीकाकरण संबंधी रणनीति की समीक्षा के लिए बैठक की, जिसमें कोरोना वायरस (Coronavirus) के लिए टीके को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए तकनीकी प्लेटफॉर्म और जनसंख्या समूहों को प्राथमिकता देने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
 
मोदी ने ट्वीट किया कि बैठक में टीका विकास की प्रगति, नियामक मंजूरियों और खरीद से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
 
उन्होंने कहा, ‘जनसंख्या समूहों को प्राथमिकता देना, स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं तक पहुंच, शीत गृह ढांचे को मजबूत करना, टीके लगाने वाले लोगों की संख्या बढ़ाना और टीकों को जरूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए तकनीक प्लेटफॉर्म जैसे अनेक मुद्दों की समीक्षा की गई।’ 
कोविड-19 के अनेक संभावित टीकों के विकास का काम अग्रिम चरणों में है। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एक संस्थान में स्वदेशी कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन' का मानव शरीर पर परीक्षण का तीसरा चरण शुरू हुआ। 
 
कोवैक्सीन मानव परीक्षण में प्रधान टीका परीक्षक ई वेंकट राव ने बताया कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान एवं एसयूएम अस्पताल की निवारक और चिकित्सीय क्लीनिकल ट्रायल इकाई में गुरुवार को दो लोगों को टीका लगाया गया।
 
देश में कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच शुक्रवार को संक्रमितों का आंकड़ा 90 लाख के पार हो गया। 1 महीने के भी कम समय में इस संख्या में करीब 10 लाख की बढ़ोतरी हो गई और अगर संक्रमण की दर इसी तरह बढ़ती रही तो इस संख्या के 1 करोड़ तक पहुंचने में देर नहीं लगेगी।
 
देश में कोरोनावायरस का पहला मामला जनवरी में केरल में आया था, जिसके बाद यह पूरे देश में फैल गया। संक्रमण के मामले शुरुआत में तेजी से फैलने के बाद बीच में सक्रिय मामलों में कमी देखी गई गई थी लेकिन आज फिर सक्रिय मामले 491 बढ़कर 4,43,794 हो गए। विशेषज्ञ दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में कोरोनावायरस के मामले फिर से बढ़ने को इस महामारी की दूसरी लहर बता रहे हैं।
 
दिल्ली में भी कोरोनावायरस के सक्रिय मामलों में काफी कमी आई थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से यहां भी संक्रमण की दर लगातार बढ़ रही है। केरल, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों की यही स्थिति है। देश में कोरोना के मामले बढ़ने के बीच राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अधिक बनी हुई है और मृत्यु दर कम है।
 
देश में पिछले महीने 29 अक्टूबर को कोरोना के मामले 80 लाख के आंकड़े को पार कर गए थे और एक महीने के भी कम समय में इस संख्या में करीब 10 लाख की बढ़ोतरी हो गई और यह आंकड़ा 90 लाख के आंकड़े को पार कर गया। देश में सक्रिय मामलों की दर 4.93 पर आ गई है जबकि मृत्यु दर 1.47 है।

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