यह दवाई उस एंजाइम का रास्ता बंद करती है, जो कोरोनावायरस की कॉपी बनाने में सहयोग करता है। मरीजों पर इस दवाई के इस्तेमाल से पहले कुछ जांच की जरूरत होगी। इस दवाई का इस्तेमाल मलेरिया की दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के साथ करने से मना किया गया है, क्योंकि इससे इसके असरदार होने पर प्रभाव पड़ सकता है।
एक बयान में जिलियड के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मेर्डाड पार्से ने कहा कि हमें अब जानकारी है और कोविड-19 से लड़ने के लिए जरूरी चीजें भी बन रही हैं। उन्होंने बताया कि इस दवाई को 50 देशों में या तो मंजूरी मिल चुकी है या अस्थायी इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। इसकी कीमत अभी विवाद में है, क्योंकि किसी भी अध्ययन में इससे 'जीवित बचने की दर में सुधार' नहीं पाया गया।