पिंपरी-चिंचवड़। महाराष्ट्र में कोरोनावायरस का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। देश में सबसे ज्यादा मामले इसी राज्य से आ रहे हैं। महाराष्ट्र का पिंपरी-चिंचवड़ शहर भी कोरोना की चपेट में है। कोरोना मरीजों को अस्पताल जाने में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। इस मुश्किल घड़ी में कोरोना मरीजों की मदद के लिए कई युवा आगे आए हैं।
रिक्शा चालक राहुल शिंदे ने कहा है कि वह समाज को कुछ देने के इरादे से ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिंपरी-चिंचवड में हर दिन 2000 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। कुछ मर भी रहे हैं। अक्सर मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलता है क्योंकि उन्हें वाहन नहीं मिलता है, इसलिए अगली स्थिति का सामना संबंधित परिवार को करना पड़ता है।
इसके अलावा, शहर में हर मरीज को एम्बुलेंस नहीं मिलेगी। इसलिए, शिंदे के पास खुद के पांच रिक्शा हैं और लॉकडाउन के कारण एक जगह पर पार्क किए गए हैं। इस काम में उनके दोस्त शुभम डबले, रवींद्र जाधव, मनोज सुतार और सुधीर कांबले भी मदद कर रहे हैं।
राहुल ने कहा कि मरीज के परिजनों का फोन आने के बाद, जो व्यक्ति उपलब्ध होता है, वह मरीज के पास पहुंचता है और उसे रिक्शा से अस्पताल ले जाता है। उनके काम को हर जगह सराहा जा रहा है।