एसबीआई की यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में आई है, जब देश में कोविड-19 महामारी से हुई मौत के आंकड़ों को कम करके बताने को लेकर बहस चल रही है। खासतौर से गंगा नदी में शवों को देखे जाने के बाद इस आशंका को बल मिला है। कुछ अनुमानों के मुताबिक वास्तविक आंकड़ा बताए गए आंकड़े के मुकाबले 10 गुना अधिक हो सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2019 में देश में कुल जन्म में एक तिहाई केवल उत्तर प्रदेश और बिहार में पंजीकृत किए गए थे, जबकि एक तिहाई मौतें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में पंजीकृत थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जन्म और मृत्यु में इस तरह की असंगति आने वाले वर्षों में इन राज्यों के जननांकीय स्वरूप के लिए ठीक नहीं है।(भाषा)