हालांकि, केजरीवाल ने पिछले हफ्ते मामलों में उछाल के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया था। भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया था कि गंभीर स्थिति से निपटने के लिए जांच, संक्रमितों का पता लगाने और उपचार के लिए वृहद प्रयास किए जाएंगे। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया था कि मेट्रो की यात्रा को मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सावधानीपूर्वक विनियमित किया जाना चाहिए।
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए प्रशासन जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाने और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार रविवार को दिल्ली में कोविड-19 के नए मामले एक दिन पहले किए गए 21,098 जांच से सामने आए। दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 15.33 प्रतिशत हो गई।
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 8,593 नए मामले सामने आए थे। गुरुवार को 104 व्यक्तियों की मौत हुई थी, जो कि पांच महीनों में एक दिन में सबसे अधिक है। शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 44,456 हो गई, जबकि ठीक होने की दर 89 प्रतिशत से अधिक रही। शनिवार की स्थिति के अनुसार दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 4,288 थी।
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि ऐसे समय हुई है जब त्योहार का मौसम है और प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। दुर्गा पूजा समारोह जहां 25 अक्टूबर को समाप्त हुआ था, वहीं दिवाली शनिवार को मनाई गई। छठ इस सप्ताह के अंत में है।