केंद्र सरकार ने दिल्ली में 750 कोविड ICU बेड देने का किया वादा, अमित शाह लिया ने स्थिति का जायजा

रविवार, 15 नवंबर 2020 (21:33 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली में अचानक कोरोना वायरस मरीजों की बेतहाशा वृद्धि के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कोविड-19 (COVID-19) स्थिति की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में अमित शाह के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे। बैठक में दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए एक खास प्लान तैयार किया गया और केंद्र ने DRDO कॉम्प्लेक्स में दिल्ली सरकार को 750 ICU बेड देने का वादा किया है।
 
क्या है नया प्लान : अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में आरटी-पीसीआर टेस्ट को दोगुना किया जाएगा. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर की मोबाइल टेस्टिग वैन को कुछ खास स्थानों पर तैनात किया जाएगा। दिल्ली में कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को पर्याप्त सुविधा मिल सके इसके लिए कुछ एमसीडी अस्पतालों को कोविड समर्पित अस्पतालों में परिवर्तित किया जाएगा। 
 
अधिक से अधिक लोगों के जीवन को बचाया जा सके : गंभीर कोरोना मामलों में प्‍लाज्‍मा डोनेशन और प्रभावित व्यक्तियों को प्‍लाज्‍मा प्रदान किए जाने के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में यह भी निर्देश दिए कि कोविड-19 के होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों की ट्रैकिंग रखने तथा तत्‍काल मेडिकल सुविधा की आवश्‍यकता पड़ने पर उनको तुरंत कोविड अस्‍पतालों में शिफ्ट करने की जरूरत पर विशेष रूप से बल दिया जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों के जीवन को बचाया जा सके।
 
केजरीवाल ने कहा, बढ़ेंगे आईसीयू में बैड्‍स : दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या आईसीयू बेड की है, इसलिए उन्हें बढ़ाया जाएगा। 20 अक्टूबर के बाद से दिल्ली में कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं। दिल्ली में कोविड बेड की संख्या तो ठीक है लेकिन आईसीयू बेड की संख्या कम है। केंद्र सरकार ने हमें भरोसा दिलाया कि डीआरडीओ का जो सेंटर है, वहां पर अगले 2 दिनों में 500 आईसीयू बेड्स उपलब्ध करा दिए जाएंगे।
 
दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4.85 लाख से अधिक : दिल्ली में कोविड-19 के 3,235 नए मामले सामने आए जिससे रविवार को यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4.85 लाख से अधिक हो गई, वहीं 95 और मरीजों की संक्रमण से मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 7,614 हो गई।
गत 2 नवंबर को केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला द्वारा बुलाई गई एक बैठक में त्योहारों और लोगों की अधिक आवाजाही के साथ-साथ लोगों द्वारा कोविड-19 मानदंडों का पालन नहीं किए जाने को दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
 
हालांकि, केजरीवाल ने पिछले हफ्ते मामलों में उछाल के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया था। भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया था कि गंभीर स्थिति से निपटने के लिए जांच, संक्रमितों का पता लगाने और उपचार के लिए वृहद प्रयास किए जाएंगे। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया था कि मेट्रो की यात्रा को मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सावधानीपूर्वक विनियमित किया जाना चाहिए।
 
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इसलिए प्रशासन जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाने और उपचार पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार रविवार को दिल्ली में कोविड-19 के नए मामले एक दिन पहले किए गए 21,098 जांच से सामने आए। दिल्ली में संक्रमण दर बढ़कर 15.33 प्रतिशत हो गई।
 
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 8,593 नए मामले सामने आए थे। गुरुवार को 104 व्यक्तियों की मौत हुई थी, जो कि पांच महीनों में एक दिन में सबसे अधिक है। शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 44,456 हो गई, जबकि ठीक होने की दर 89 प्रतिशत से अधिक रही। शनिवार की स्थिति के अनुसार दिल्ली में निषिद्ध क्षेत्रों की संख्या 4,288 थी।
 
दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि ऐसे समय हुई है जब त्योहार का मौसम है और प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। दुर्गा पूजा समारोह जहां 25 अक्टूबर को समाप्त हुआ था, वहीं दिवाली शनिवार को मनाई गई। छठ इस सप्ताह के अंत में है।

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