बच्चों से ली सलाह और शुरू कर दी मुहिम : इस बाबत सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह यादव ने बताया कि इन दिनों जब वे ड्यूटी पर जाते हैं तो उन्हें कई अस्पतालों में व अस्पतालों के बाहर रोगियों के तीमारदार भूखे-प्यासे पड़े दिखाई देते हैं, सड़कों पर लोग खाने की तलाश में भटकते नजर आते हैं।
उन्होंने कहा लॉकडाउन के चलते दुकान-ढाबे सब बंद पड़े हुए हैं, ऐसे में इन लोगों को खाने-पीने को कुछ नहीं मिल पाता। ऐसे में दिल में एक ख्याल आया कि इनके लिए भी कुछ किया जाए। इसके मैंने अपने बच्चों से सलाह लेकर एक मुहिम शुरू कर दी कि इस बुरे दौर से गुजर रहे गरीबों को खाना खिलाऊंगा।
फ्रंटलाइन वर्करों को भी खिला रहे खाना : वहीं देश के वो जांबाज सिपाही, जिन्हें फ्रंटलाइन वर्कर कहा जाता है, उनको भी सब इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह यादव की इस मुहिम के जरिए खाना मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही ये उन परिवारों तक भी खाना और जरूरी सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं, जिनके घर में लोग कोविड पॉजीटिव हैं और कोई खाना बनाने वाला या बाहर से खाना लाने वाले नहीं हैं।
प्रतिदिन अस्पतालों के बाहर फुटपाथ पर, चौराहों पर और ऑक्सीजन प्लांट के बाहर लगी लंबी-लंबी कतारों में जो लोग घंटों तक इंतजार कर रहे होते हैं, उन्हें खाना और पानी देने का काम भी शैलेंद्र सिंह यादव कर रहे हैं।
जिनके पास मास्क नहीं, ऐसे लोगों को मास्क वितरण करना भी अब इन लोगों का दैनिक कार्य बन गया है।माना कि देश पर अभी संकट का साया है, लेकिन ऐसे ही हिम्मत और जज्बे से सब मिलकर इस विपत्ति की घड़ी में एक-दूसरे का साथ देंगे तो निश्चित ही हम इस महामारी पर विजय हासिल कर लेंगे।