देश में कम हो रही कोरोना मरीजों की संख्या भले ही राहत देने वाली हो लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन की नई चेतावनी ने पूरी दुनिया की धड़कनें तेज कर दी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने चेतावनी देते हुए कहा है जो लोग ये मानकर बैठे हैं कि कोरोना महामारी अब खत्म हो गई है, वह सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में अभी कोविड महामारी का अंत नहीं हुआ है और अभी दुनिया में कई और वैरिएंट्स आने बाकी हैं।
कोरोना संक्रमण को लेकर अब राष्ट्रीय स्तर पर एक मिली-जुली तस्वीर देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय स्तर पर जहां एक ओर कोरोना के नए मामलों में गिरावट आ रही है, वहीं देश के 141 जिलों में कोरोना संक्रमण की दर 10 फीसदी से अधिक है। इतना ही नहीं 39 जिलों में हर दिन संक्रमण बढ़ रहा है। केरल समेत कई जैसे राज्यों के हालात चिंताजनक हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि 141 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 फीसदी से अधिक दर्ज की गई है, वहीं 160 जिलों में संक्रमण अभी भी 5 से 10 फीसदी के बीच है। केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक में अभी भी सक्रिय मरीजों की संख्या सबसे अधिक है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। मिजोरम, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के हालात भी चिंताजनक हैं।
उन्होंने बताया कि देश में 96 फीसदी वयस्क आबादी को पहली खुराक दी गई है। इनमें से 78 फीसदी आबादी को टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है। इसके अलावा 15 से 18 वर्ष के 69 फीसदी किशोरों को पहली और 14 फीसदी को दोनों खुराक दी जा चुकी है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने एहतियाती खुराक को लेकर लोगों से अपील की है कि जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है और जिन्हें पहले से कोई न कोई बीमारी है उन्हें एहतियाती खुराक के लिए आगे आना चाहिए, क्योंकि संक्रमण का जोखिम इस वर्ग के लिए अभी भी बना हुआ है।