जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस बी.1.1.529 के नए स्ट्रेन को चिंता का विषय माना है और इसका नाम ओमिक्रॉन रखा गया है जो ग्रीक वर्णमाला का 15वां अक्षर है। इस नए कोरोना स्ट्रेन को लेकर दुनियाभर में दहशत का माहौल है। अमेरिका, कनाडा, जर्मनी समेत कई देशों ने नए वैरियंट को देखते हुए अपने यहां सख्त कदम उठाए हैं। दुनियाभर में लग रहे हवाई प्रतिबंधों पर दक्षिण अफ्रीका ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे अन्याय बताया है। इस देश को अब आर्थिक नुकसान की चिंता सता रही है।
WHO ने कोरोना वायरस इवोल्यूशन पर तकनीकी सलाहकार समूह की एक आपातकालीन बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा कि कोविड -19 महामारी विज्ञान में एक हानिकारक परिवर्तन का संकेत प्रस्तुत किए गए साक्ष्य के आधार पर, टीएजी-वीई ने डब्ल्यूएचओ को सलाह दी है कि इस संस्करण को चिंता के प्रकार (VOC) के रूप में नामित किया जाना चाहिए और डब्ल्यूएचओ ने बी.1.1529 को इस रूप में नामित किया है। इस वीओसी का नाम ओमिक्रॉन है।
बयान में कहा गया है कि कई प्रयोगशालाओं ने संकेत दिया है कि एक व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले पीसीआर परीक्षण के लिए, तीन लक्ष्यों में से एक का पता नहीं चला है (इसे एस जीन ड्रॉपआउट या एस जीन लक्ष्य विफलता कहा जाता है) और इसलिए इस परीक्षण को इस प्रकार के लिए मार्कर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
कनाडा ने लगाए प्रतिबंध : कनाडा ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने उन विदेशी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है जिन्होंने पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा की है। पिछले 14 दिन में अफ्रीका के दक्षिणी भाग की यात्रा करने वाले सभी कनाडाई नागरिकों की जांच भी अनिवार्य होगी। इन लोगों को भी पृथक-वास में रहने और कोविड संक्रमण की जांच कराने को कहा गया है।