पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कोहली का कोरोना संक्रमण के कारण शनिवार को राजधानी दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। कोहली ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू कालेज में हिन्दी के प्राध्यापक के रूप में भी काम किया था। महाभारत पर आधारित उनका विशाल उपन्यास महासमर तथा स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित उपन्यास तोड़ो कारा तोड़ो काफी लोकप्रिय हुए।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ट्वीट कर अपने शोक संदेश में कहा कि प्रसिद्ध साहित्यकार नरेंद्र कोहली के निधन के दुखद समाचार से हृदय को अतीव दुख पहुंचा। कोहली जी ऐसे शब्द योगी थे जिन्होंने अपने लेखन से इस माटी की विरासत और समृद्ध परंपराओं को युगानुकूल संदर्भों में परिभाषित किया। उनके जाने से साहित्य के एक प्राज्ज्वलयमान अध्याय का अंत हो गया है।