योगी ने शनिवार को कहा कि प्रदेश में कोरोना सेकेंड स्टेज में है। यहां अब तक कोरोना पाजीटिव के कुल 23 मरीज चिन्हित हुए हैं जिसमें नौ पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। इस वायरस से घबराने की नहीं बल्कि इसे चुनौती के तौर पर लेकर जूझने की जरूरत है। लोगों को एक जगह पर इकट्ठा होने से बचना होगा। जब तक बहुत जरूरी नहीं हो तो लोग घर से बाहर न निकले।
उन्होंने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों को घबराने की जरूरत नहीं है, सरकार प्रदेश के 15 लाख दिहाड़ी मजदूरों को एक हजार रुपए भत्ता देगी और फैक्ट्रियों और छोटे उपक्रमों में काम करने वाले श्रमिकों का वेतन नहीं काटा जायेगा। गरीबों को मुफ्त राशन दिया जायेगा। जरूरी खाद्य पदार्थो की कालाबाजारी करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। प्रदेश में खाने पीने और जरूरत की चीजों की कमी नहीं होने दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने संक्रमण से बचाव के लिए बड़े स्तर पर ऐहतियाती कदम उठाए हैं। प्रदेश के हर जिले के जिला अस्पताल और मेडिकल कालेजों में पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन वार्ड तैयार किये जा चुके हैं। चिकित्सकों की टीम और मेडिकल स्टाफ किसी भी चुनौती से निपटने को तैयार है। हालांकि इसमे जनसहभागिता की जरूरत है। लोगों को इस वायरस से बचाव के लिए खुद को भीड़भाड़ वाले स्थानो पर जाने से बचना होगा। हमारी सावधानी ही देश को इस चुनौती से पार पाने में मददगार साबित हो सकती है।