इसके बाद यहां से इनको सहारनपुर, मुरादाबाद तथा बदायूं जिलों के लिए रवाना किया गया है। प्रत्येक रोडवेज बस में एक सिपाही को भेजा गया है, जिससे रास्ते में कोई प्रवासी मजदूर न उतर सके, न ही कोई अनजान रास्ते से बस में सवार हो पाए। इधर, उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की 50 बसों की व्यवस्था मुख्यालय पर की गई है ताकि प्रवासी मजदूरों की संख्या बढ़ने पर किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
घर पहुंचने की खुशी मजदूरों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रही है। दरअसल, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली आदि राज्यों में भी लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं।