क्या कहते हैं विशेषज्ञ : संयुक्त राष्ट्र में पॉलिसी अधिकारी सिद्धार्थ राजहंस वेबदुनिया से बातचीत में कहते हैं कि अमेरिका में ताजा बैंकिंग फेल्योर की शुरुआत सिलिकॉन वैली बैंक से हुई थी। यह बैंक मेजर टेक कंपनियों को लंबे समय से फंड देते आ रही हैं। डॉटकॉम बबल के दौरान हर स्टार्ट अप के लिए फंडिंग बैंकों द्वारा की जाने लगी। ज्यादातर पैसा यहीं आकर फंस गया। इसी दौरान इकोनॉमिक स्लोडाउन का भी सामना करना पड़ा। इसके चलते टेक इंडस्ट्री में लेऑफ्स काफी हुए। ट्विटर, गूगल, मेटा, अमेजॉन भी इससे अछूते नहीं रहे।