अमिताभ बच्चन हैं सचिन के सुपर हीरो

* पिता द्वारा महान संगीत-निर्देशक सचिन देव बर्मन से प्रभावित होकर सचिन (तेंडुलकर) नाम रखा।

ND
* बचपन में सचिन टेनिस खिलाड़ी जॉन मैकेनरो से प्रभावित थे। बड़े बाल रखते थे व उन्हें पीछे बाँधते थे। सचिन को पसंद था कि दोस्त उन्हें मैकेनरो नाम से संबोधित करें।

* क्रिकेट में एक तेज गेंदबाज बनने की तमन्ना थी। इसीलिए एमआरएफ पेस अकादमी भी गए, लेकिन कोच डेनिस लिली ने उन्हें बल्लेबाजी करने की सलाह दी।

* क्रिकेट की दीवानगी ऐसी थी कि बचपन के दिनों में क्रिकेट किट पहनकर ही सो जाया करते थे।

* 10 वर्ष की उम्र में सुबह छः बजे उठकर क्रिकेट मैदान जाना दिनचर्या थी। तब उनका बैग उनसे बड़ा होता था।

* रणजी ट्रॉफी, दुलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित घरेलू टूर्नामेंट के पदार्पण मैचों में ही शतक जमाया।

* बचपन में सचिन अपने साथियों विनोद कांबली और सलिल अंकोला के साथ यह प्रतिस्पर्धा करते थे कि कौन ज्यादा 'वड़ा-पाव' खा सकता है।

* समुद्री भोजन बहुत पसंद है, शायद इसीलिए रेस्टोरेंट भी खोला।

* 16 साल की उम्र में पाक के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैचों में पदार्पण करते हुए भारत के सबसे युवा खिलाड़ी बने।

* किशोर कुमार और रॉक ग्रुप डायर स्ट्रीट के गाने पसंद।
* बल्लेबाजी के लिए जाते समय बायाँ पैड बाँधते हैं।
* चाय के साथ बिस्किट खाना पसंद ।

* खाना बनाने के शौकिन सचिन ने टीम के लिए बैंगन का भुरता बनाया था।

* शुरू में सचिन के बल्ले के लिए किसी भी कंपनी ने अनुबंध नहीं किया। लेकिन 1996 विश्व कप में इस बल्ले से इतने रन निकले कि एक टायर निर्माता कंपनी ने उन्हें अनुबंधित किया।

* बचपन में कोच रमाकांत आचरेकर सचिन को आउट करने वाले हर गेंदबाज को एक रुपए का सिक्का देते थे। यदि आउट नहीं होता तो वह सिक्का सचिन को मिलता। आज भी सचिन ने वे सिक्के सहेजकर रखे हैं।

* पाकिस्तान के खिलाफ 1988 में ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए अभ्यास मैच में अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में क्षेत्ररक्षण करने का मौका मिला।

* 1987 में वानख़ेडे स्टेडियम में खेले गए विश्व कप सेमीफाइनल में सचिन बॉल बॉय थे।

* दीवार और जंजीर देखने के बाद अमिताभ बच्चन सचिन के सुपर हीरो बन गए।

* बल्लेबाजी सुधारने के लिए सचिन चौकीदार के बेटे से कहते थे कि गेंद को गीला कर मुझे फेंको, जिससे पता चल सके कि गेंद को बल्ले पर कहाँ खेल रहा हूँ।

* सौरव गांगुली को प्यार से बाबू मोशाय कहते हैं तो सौरव उन्हें छोटा बाबू कहते हैं। (नईदुनिया)