विश्व कप के खूबसूरत स्टेडियम

सोमवार, 4 जून 2007 (03:48 IST)
नौवाँ क्रिकेट विश्व कप वेस्टइंडीज के खूबसूरत नौ स्टेडियमों में खेला गया। दो बार के विश्व विजेता वेस्टइंडीज के लिए पहला मौका है, जबकि उसे क्रिकेट के महाकुंभ के आयोजन की जिम्मेदारी मिली लेकिन ब्रायन लारा की सेना ने नौंवै विश्व कप में बहुत खराब प्रदर्शन किया और उनके 'सितारे' अपने ही घर में 'खलनायक' बन गए।

कप्तान ब्रायन लारा ने 17 साल के क्रिकेट को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। इंडीज की टीम सुपर आठ में खराब प्रदर्र्शन की वजह से सेमीफाइनल खेलने से भी वंचित हो गई लेकिन कैरेबियाई क्रिकेट 'किंग लारा' की क्रिकेट सेवाओं का हमेशा के लिए ऋणि रहेगा।, बहरहाल हम वेस्टइंडीज टीम का पोस्टमार्टम करने के बजाए यहाँ के खूबसूरत स्टेडियमों का अवलोकन करें

वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने सभी स्टेडियमों की मरम्मत से लेकर उनकी साज-सज्जा तक सभी काफी मेहनत की हैं। वेस्टइंडीज के खूबसूरत स्टेडियमों पर एक नजर :-

सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम, एंटीगुआ : नवनिर्मित यह स्टेडियम हवाई अड्डे और शहर के बीच स्थित है और इसको सुविधाजनक बनाने में बोर्ड ने दिल खोलकर धन खर्च किया है। इस स्टेडियम की बैठक क्षमता 20000 है। यहाँ सुपर -8 के कुछ मैच खेले गए।

किंगस्टन ओवल, बारबडोस : यह वेस्टइंडीज के सबसे पुराने मैदानों में से है। एक समय इस स्टेडियम पर तेज गेंदबाजों का बोलबाला था, लेकिन इस विश्वकप में इस मैदान का बदला हुआ स्वरूप देखने को मिला।

बारबडोस में सन्‌ 1929-30 में पहला टेस्ट जबकि 1984-85 में पहला एक दिवसीय मैच खेला गया। 32000 दर्शकों की बैठक क्षमता के साथ यह स्टेडियम विश्व कप में अपने रंग बिखररने को तैयार रहा। खास बात यह कि सुपर- 8 के साथ-साथ विश्व कप का फाइनल मैच भी 28 अप्रैल 2007 को इसी मैदान पर पिछले दो बार के विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला जा रहा है।

क्वींस पार्क, ग्रेनेडा : 1998 में निर्मित इस स्टेडियम की क्षमता यूँ तो 13000 है, लेकिन विश्व कप के मद्देनजर इसमें कुछ अतिरिक्त स्टैंड लगाकर इसे 20000 किया गया है। यहाँ सुुपर -8 के कुछ मुकाबले संयोजित किए गए थे।

प्रोविडेंस स्टेडियम, गयाना : 20000 की क्षमता वाले इस स्टेडियम को विश्व कप के लिए बिलकुल नया कर दिया गया है। क्रिकेट प्रेमी इस मैदान पर विश्व कप के कुछ खास मुकाबले देखने को मिले। यह अलग बात है कि वे रोमांचहीन रहे।

सबाइना पार्क, जमैका : सबाइना पार्क की बैठक क्षमता 30000 है। यह भी वेस्टइंडीज के सबसे पुराने स्टेडियमों में से एक है। विश्व कप के लिए जिन स्टेडियमों का कायाकल्प किया गया है, उसमें सबीना पार्क भी है। विश्व कप के शुरुआती मुकाबले के साथ-साथ सेमीफाइनल मैच भी इसी मैदान पर खेले गए।

वारर्नेर पार्क स्टेडियम, सेंट किट्स एंड नेविस : विश्व कप के लिए विशेष रूप से इस स्टेडियम की क्षमता 40000 की गई है। काफी सुधार के बाद यह स्टेडियम विश्व कप का खास आकर्षण था।

ब्यूसेजियर स्टेडियम, सेंट लूसिया : इस स्टेडियम की क्षमता यूँ तो 12000 है, लेकिन विश्व कप के मद्देनजर इसमें कुछ अतिरिक्त स्टैंड लगाकर इसे 20000 किया गया है। इसकी खूबसूरती बढ़ाने के लिए वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने काफी धन खर्च किया था।

क्वींस पार्क ओवल, त्रिनिदाद एवं टोबेगो : इस मैदान पर कुछ शुरुआती मैच खेले गए जो दर्शकों को आकर्षित नहीं कर पाए। 30000 की क्षमता वाला यह वेस्टइंडीज का सबसे पुराना मैदान है। आईसीसी द्वारा इस विश्व कप में टिकट दरें काफी मँहगी रखी गई थी, यही कारण था कि यह विश्व कप अब तक का सबसे 'सुपर फ्लॉप' विश्व कप की गिनती में गिना जाएगा।

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