World Cup : आत्मविश्वास से लबरेज टीम इंडिया से भिड़ेगा दक्षिण अफ्रीका
मंगलवार, 4 जून 2019 (15:14 IST)
साउथम्प्टन। एक अरब से अधिक देशवासियों की उम्मीदों का सरमाया लेकर विराट कोहली अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के सबसे अहम सफर का आगाज बुधवार को विश्व कप में लगातार 2 हार से बेजार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ करेंगे। इस दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक कोहली की बतौर कप्तान असल परीक्षा क्रिकेट के इस महासमर में होगी।
भारत के पास मैच विनर्स की कमी नहीं है और उनमें पहला नाम खुद कोहली का है लेकिन इसमें वह ‘आभामंडल’ नहीं दिख रहा जो महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली 2011 की विश्व कप विजेता टीम में था। उस टीम में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, गौतम गंभीर, जहीर खान और हरभजन सिंह थे जिनका साथ देने के लिए मुनाफ पटेल, आशीष नेहरा, सुरेश रैना और युवा विराट कोहली थे।
मौजूदा टीम के कप्तान कोहली और मार्गदर्शक धोनी हैं और इसने पिछले 9 में से 6 मैच जीते हैं। इस बार इसे खिताब के प्रबल दावेदारों में गिना जा रहा है। दो साल की मेहनत की परिणिति इस टीम के रूप में हुई है। चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान से मिली हार के बाद से विश्व कप की टीम की तैयारी शुरू हो चुकी थी। टीम इंडिया को यहां आने के बाद से काफी आराम मिल चुका है। बाकी टीमें दो-दो मैच खेल चुकी हैं, जबकि भारत का यह पहला मैच है।
टूर्नामेंट का पहला मैच हमेशा अहम होता है और इस बार सामना दक्षिण अफ्रीका से है जिसका मनोबल इंग्लैंड और बांग्लादेश से हारकर पहले ही टूटा हुआ है। तेज गेंदबाज लुंगी एंगिडी चोट के कारण बाहर हैं जबकि डेल स्टेन कंधे की चोट से उबर नहीं सके हैं। हाशिम अमला को पहले मैच में इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर की गेंद हेलमेट पर लगी थी। वैसे तमाम दिक्कतों के बावजूद दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम को हलके में लेना भूल होगी।
मुख्य कोच और शातिर रणनीतिकार रवि शास्त्री अपने खिलाड़ियों को पैर जमीन पर रखने की ताकीद करना नहीं भूलेंगे। यहां पिच पर घास नहीं है और इसे बल्लेबाजों की मददगार माना जा रहा है। मौसम विभाग ने हालांकि बादल छाए रहने और बारिश की आशंका जताई है। गेंदबाजी में देखना यह है कि कोहली तीसरे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को उतारते हैं या नहीं।
अभ्यास मैचों में रवींद्र जडेजा के उम्दा प्रदर्शन असर को तरजीह मिलती है या पिछले 22 महीने से मिलकर अच्छा प्रदर्शन कर रहे कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल खेलते हैं। एक भी मैच खेले बिना केदार जाधव को उतारा जाता है या विजय शंकर टीम में रहते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि दक्षिण अफ्रीकी टीम खराब दौर से जूझ रहे हैं और फिटनेस समस्याएं भी गहरी हैं, लेकिन कागिसो रबाडा का एक स्पैल उसके लिए कहानी बदल सकता है।
मौसम से मदद मिलने पर रबाडा भारत के सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और शिखर धवन के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। वैसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे श्रृंखला से लेकर अब तक पर्याप्त रन नहीं बना पाने के कारण दोनों का आत्मविश्वास हिला हुआ होगा। लेग स्पिनरों के खिलाफ रोहित की कमजोरी का फायदा दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस उठा सकते हैं। वे एक बार फिर इमरान ताहिर से गेंदबाजी का आगाज कराने की सोच सकते हैं।
चौथे नंबर पर केएल राहुल उतरेंगे लेकिन देखना यह है कि कठिन हालात में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है। धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच में शतक जमाया और उनसे उसी लय को कायम रखने की उम्मीद रहेगी। दक्षिण अफ्रीका को बल्लेबाजी में एबी डिविलियर्स की कमी बुरी तरह खल रही है। स्पिनरों के खिलाफ बल्लेबाजों की कलई बार-बार खुल रही है। ऐसे में भारतीय स्पिनरों के 20 ओवर खेलना उनके लिए मुश्किल होगा। कुल मिलाकर पलड़ा भारत के पक्ष में लग रहा है।
टीमें : भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, केएल राहुल, महेंद्र सिंह धोनी, हार्दिक पांड्या, केदार जाधव, विजय शंकर, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, दिनेश कार्तिक, रवींद्र जडेजा।