पाकिस्तानी खिलाड़ियों की पत्नियां और बच्चे भारत के खिलाफ मैच से पहले यहां मैनचेस्टर पहुंच गए हैं। यूसुफ ने कहा कि मैं 1999, 2003 और 2007 विश्व कप टीम में था लेकिन बोर्ड ने कभी खिलाड़ियों के साथ परिवार को रहने की इजाजत नहीं दी।
उन्होंने कहा कि 1999 में हमारी टीम में इतने बड़े नाम थे कि यदि हम दबाव डालते तो बोर्ड पत्नियों और बच्चों को साथ रखने की अनुमति दे देता। यूसुफ ने कहा कि लेकिन हमने ऐसा नहीं किया, क्योंकि विश्व कप में काफी दबाव होता है और खिलाड़ी पूरा फोकस खेल पर ही करना चाहते हैं। इंग्लैंड में 1999 में यही हुआ।