उन्होंने कहा कि जो बीत गया वह बीत गया, क्रिकेट में प्रत्येक दिन नया होता है। मैं प्रत्येक दिन की शुरुआत नए दिन के रूप में करना चाहता हूं। मैं यह सोचकर उतरता हूं कि मैंने कोई एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है या टूर्नामेंट में कोई शतक नहीं जड़ा है। मैं इसी मानसिकता के साथ उतरना चाहता हूं और मैं स्वयं से यही कहता हूं।
उन्होंने कहा कि मैं यह गणना करने का प्रयास करता हूं कि मैं कैसे आगे बढ़ सकता हूं? अब तक इसका फायदा हुआ है। एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक 3 दोहरे शतक जड़ने वाले रोहित ने कहा कि उनका काम अपनी टीम के लिए मैच जीतना है, उपलब्धियों के पीछे जाना नहीं।