श्रीलंका के खिलाफ मैच में 11 ओवर में महीश तीक्षणा के खिलाफ एक रन लेकर कोहली ने मौजूदा वर्ष में 23 मैचों में 1000 रन के आंकड़े को छुआ।तेंदुलकर ने साल 1994, 1996, 1997, 1998, 2000, 2003 और 2007 में वनडे क्रिकेट में 1000 रन से अधिक बनाये थे जबकि कोहली ने 2011, 2012, 2013, 2014, 2017, 2018, 2019 और 2023 में इस उपलब्धि को अपने नाम किया।
नहीं सोचा था कि इतने शतक और रन बनाऊंगा: कोहली
सचिन तेंदुलकर के एकदिवसीय शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी करने की दहलीज पर खड़े भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने कहा कि जब उन्होंने अपना करियर शुरू किया था तो उन्होंने इतने रन और शतक बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था।
कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, अगर हम क्रिकेट के बारे में बात करें तो मैंने कभी भी इतना सब कुछ हासिल करने के बारे में नहीं सोचा था, जैसे कि मेरा करियर कहां है और भगवान ने ऐसे करियर तथा प्रदर्शन का आशीर्वाद दिया है।उन्होंने कहा, मैंने हमेशा सपना देखा था कि मैं ऐसा करूंगा लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि चीजें इस तरह से आगे बढ़ेंगी। कोई भी इन चीजों की योजना नहीं बना सकता है कि आपका सफर कैसा रहेगा और आपके सामने चीजें कैसे होंगी।कोहली ने कहा, मैंने कभी नहीं सोचा कि इन 12 साल में मैं इतने शतक और इतने रन बनाऊंगा।
कोहली ने कहा कि उन्हें अनुशासन और जीवनशैली बदलनी पड़ी क्योंकि उन्होंने अपने करियर में एक समय पाया कि वह पेशेवरपन के मामले में पिछड़ रहे हैं।उन्होंने कहा, मेरा एकमात्र ध्यान इस बात पर था कि मैं टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करूं और मुश्किल परिस्थितियों में टीम को मैच जिताऊं। इसके लिए मैंने अनुशासन और जीवनशैली के संबंध में काफी बदलाव किए।भारत के लिए 2008 में पदार्पण करने वाले कोहली ने कहा, मेरे पास हमेशा प्रेरणा थी लेकिन पेशेवरपन की कमी थी। अब मेरा पूरा ध्यान इस बात पर है कि मैं खेल को कैसे खेलना चाहता हूं और उसके बाद, मैंने जो परिणाम हासिल किए हैं, वे उसी तरह से खेलने से मिले हैं। (भाषा)