मगर अभी स्थिति ऐसी है कि ज्यादातर एटीएम सूने पड़े हैं और दरवाजे पर 'नो कैश' की तख्ती टंगी हुई है। इसके साथ ही एटीएम पर लगा '24 घंटे एटीएम सुविधा' का बोर्ड भी लोगों को मुंह चिढ़ा रहा है। एटीएम में नोट नहीं होने के बारे में बताया जा रहा है कि नए और बड़े नोट छपकर नहीं आ पा रहे हैं। एटीएम में एक बार ही पैसे डाले जा रहे हैं, जो कि जल्दी ही खत्म हो जाते हैं।
दरअसल, एटीएम पर जाकर लोग किसी भी समय पैसे निकाल लिया करते थे, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में उन्हें निराश होना पड़ा रहा है, क्योंकि जो एटीएम 24 घंटे खुले रहते थे, अब ज्यादातर पर शटर गिरा दिखाई देता है। अब यदि किसी को आपात स्थिति में नकद की जरूरत पड़ जाए तो वह कुछ नहीं कर सकता।
मुश्किलें और बढ़ेंगी : जिस तरह से लोग एक एटीएम से दूसरे एटीएम तक भटक रहे हैं, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले समय में मुश्किलें और बढ़ेंगी। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है कि 1 तारीख से से लेकर 10 तारीख तक सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को वेतन मिलता है। ऐसे में वेतन मिलने के बाद बैंकों और एटीएम के बाहर फिर लंबी लाइनें दिखेंगी। यदि ऐसे में कैश पर्याप्त मात्रा में नहीं रखा गया तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।