जिस तरह से दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना सफल हुई है उसी तरह सौभाग्य योजना भी होगी, इसकी उम्मीद की जा सकती है। सौभाग्य योजना पर कुल 16,320 करोड़ खर्च आने की उम्मीद है। सरकार इसमें 12,320 करोड़ की सहायता देगी। ग्रामीण परिवारों के लिए 14,025 करोड़ के बजट का प्रावधान है जिसमें से 10,587 करोड़ सरकारी सहायता मिलेगी। शहरी क्षेत्र के परिवारों के लिए 2,296 करोड़ का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 1,732 करोड़ सरकार देगी।