डिफेंस एक्सपों में एक तरफ अमेरिका, ईरान, सऊदी और इजराइल की कंपनियां आमने सामने रहेंगी। हालांकि एक्सपो में चीन और पाकिस्तान नहीं दिखाई देंगे।
रशिया की कंपनियों का रहेगा बोलबाला : हर बार की तरह रशिया की कंपनियों का भी डिफेंस एक्सपो में बोलबाला रहने वाला है। कामोव हेलीकॉप्टर बनाने वाली, 'रशियन हेलीकॉप्टर्स' भी डिफेंस एक्सपो में हिस्सा ले रही है।
एलएंडटी, एमकेयू (जिसे बुलेटप्रुफ जैकेट, फौजी हेलमेट और नाइट विजन डिवाइस बनाने में महारत हासिल है), भारतफोर्ज और कानपुर की हंस एनर्जी जिसने खास तौर से ऐसे हथियार बनाए हैं जिनमें खास ट्रैकिंग चिप लगी हैं और लूटपाट की स्थिति में लोकेट किया जा सकता है।
इस बार के डिफेंस एक्सपो के थीम, 'डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ डिफेंस' के तर्ज पर फ्रांसीसी कंपनी, थेलस भी आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस और डिजिटाईजेशन पर जोर देते हुए लखनऊ पहुंच रही है।