दिल्ली चुनाव: सार्वजनिक जगहों पर टीवी परिचर्चाओं पर रोक

रविवार, 18 जनवरी 2015 (11:17 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने टीवी चैनलों की सार्वजनिक स्थानों पर होने वाली परिचर्चाओं की शूटिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि गत 3 जनवरी को दक्षिण दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में भाजपा और ‘आप’ के कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प हो गई थी जिसमें कम से कम 12 लोग जख्मी हुए थे।
 
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में फैसला दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारियों की बैठक में लिया गया, क्योंकि यह देखा गया है कि इस तरह की टीवी परिचर्चाओं की शूटिंग अक्सर परेशानी का सबब बनती हैं। ऐसे शूट्स पर रोक के आदेशों के बारे में सभी जिला पुलिस उपायुक्तों को बताया दिया गया है।
 
जब जिला पुलिस उपायुक्तों ने अपने इलाकों में समाचार चैनलों को टीवी परिचर्चाओं की शूटिंग के लिए अनुमनित देने से मना करना शुरू किया तो टीवी चैनलों के प्रतिनिधियों ने विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) दीपक मिश्र और पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी से मुलाकात कर अपनी दलील दी, लेकिन दृढ़ता से उन्हें दृढ़तापूर्वक इंकार कर दिया गया।
 
जब टीवी संवाददाताओं ने बस्सी से ऐसी परिचर्चाओं पर अप्रत्याशित प्रतिबंध के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हम हमेशा आपका सहयोग चाहते हैं, इस मामले में भी आपका सहयोग ले रहे हैं ताकि बेहतर तरीके से कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके। आप परिचर्चाओं को सड़कों पर न करके और उन्हें सभागारों और स्टूडियो में करके हमारी मदद कर रहे हैं।
 
पुलिस आयुक्त ने कहा कि परिचर्चा के दौरान आरोप-प्रत्यारोप लगते हैं जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो जाती है और गुस्सा आ जाता है। यह ऐहतियाती (कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए) कदम है और इस बाबत आप हमारी मदद कर रहे हैं जिसके लिए मैं आपका अभारी हूं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने कई बार देखा है कि ऐसे शूट्स खुले मुकाबले के बाद खत्म होते हैं नतीजतन कानून व्यवस्था की समस्या होती है, जहां हमें सबकुछ ठीक करना पड़ता है।
 
उन्होंने कहा कि हम पहले ही गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर व्यस्त हैं, जहां पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्य अतिथि होंगे। उनके प्रवास और उनके आने जाने की सुरक्षा हमारे के लिए बड़ी चुनौती होगी जबकि चुनाव संबंधित कई जिम्मेदारियां भी हमारे पास हैं। ऐसे परिदृश्य में हम अपने कर्मियों को टीवी परिचर्चाओं की शूट्स पर तैनात नहीं कर सकते हैं।
 
गौरतलब है कि 3 जनवरी को आप के तुगलबाद प्रत्याशी साही राम और भाजपा के नेता के बीच टीवी परिचर्चा के दौरान तीखी बहस हो गई थी। इसके बाद राम की गाड़ी को आग लगा दी गई थी और संघर्ष में कम से कम 12 लोग घायल हुए थे।
 
संघर्ष के संबंध में पुलिस ने दोनों पार्टी के समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। (भाषा) 

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