Delhi Election Results : दिल्ली विधानसभा चुनावों ने भाजपा ने 70 में से 48 सीटें जीतकर प्रचंड बहूमत हासिल किया है। आप आदमी पार्टी 62 से मात्र 22 पर आ गई। आप को केवल चौथी बार सत्ता में आने का सपना टूटा लेकिन कांग्रेस लगातार तीसरी बार दिल्ली में एक भी सीट जीतने में विफल रही। उसके 67 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। बहरहाल अब सवाल उठ रहा है कि दिल्ली में अब कांग्रेस का भविष्य कैसा रहेगा। पार्टी किस तरह राष्ट्रीय राजधानी में फिर खुद को खड़ा करेगी।
संदीप दीक्षित, अलका लांबा, कृष्णा तीरथ जैसे कई बड़े नेता चुनाव में बुरी तरह हार गए। कई सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन AIMIM से भी बुरा रहा। हालांकि कई सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को मिले वोट आप प्रत्याशियों की हार के अंतर से ज्यादा थे। नई दिल्ली, जंगपुरा, ग्रेटर कैलाश, मालवीय नगर, राजेंद्र नगर, संगम विहार समेत 10 सीटों पर कांग्रेस को आप की वजह से हाल का सामना करना पड़ा। इंडिया गठबंधन के कई नेताओं ने आप की हार के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताया।
क्या बोले कांग्रेस नेता : पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जनहित में सत्ता के खिलाफ माहौल बनाया पर जनता ने हमें उम्मीद के अनुरूप जनादेश नहीं दिया। हम जनमत को स्वीकारते हैं। कांग्रेस के हर एक नेता और कार्यकर्ता ने एकजुट होकर, विपरीत परिस्थितियों में मेहनत की, पर अभी और कड़ी मेहनत और संघर्ष की आवश्यकता है। आने वाले दिनों में हम दिल्ली में प्रदूषण, यमुना सफ़ाई, बिजली, सड़क, पानी और विकास के मुद्दों को उठाते रहेंगे और जनता से जुड़े रहेंगे।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि दिल्ली का जनादेश हम विनम्रता से स्वीकार करते हैं। प्रदेश के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनके समर्पण और सभी मतदाताओं को उनके समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद। प्रदूषण, महंगाई और भ्रष्टाचार के विरुद्ध - दिल्ली की प्रगति और दिल्लीवासियों के अधिकारों की यह लड़ाई जारी रहेगी।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उसका वोट प्रतिशत बढ़ा है तथा उसने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 5 साल बाद कांग्रेस दिल्ली की सत्ता में लौटेगी। उन्होंने चुनाव परिणाम को पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर जनमत संग्रह करार दिया और कहा कि लोगों ने छल और धोखे की राजनीति को अस्वीकार किया है।