नरक चतुर्दशी पर अन्य पूजा विधि
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इस दिन विशेष रूप से स्नान करने के बाद कड़वे तेल से मालिश करने का रिवाज है, जिसे अभ्यंग स्नान कहा जाता है।
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घर की साफ-सफाई और दीप जलाकर लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है।
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चतुर्दशी के दिन यमराज के साथ-साथ भगवान विष्णु और महाकाली की भी पूजा का विधान है।
नरक चतुर्दशी पर इन बातों का रखें ध्यान
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शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर यमराज के लिए दीपक जलाएं।
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इस दिन सकारात्मक सोच रखें और किसी से विवाद न करें।
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जरूरतमंदों को दान दें, इससे पुण्य की प्राप्ति होती है।
नरक चतुर्दशी का पर्व न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसे शुभता और समृद्धि का प्रतीक भी माना जाता है। इस दिन यमराज के लिए दीप जलाने से न केवल परिवार की सुरक्षा होती है, बल्कि घर में सुख-समृद्धि भी आती है। इसलिए, इस दिन यम का दीपक अवश्य जलाएं और अकाल मृत्यु से मुक्ति पाएं।
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