हर तरफ जमगाते, रौशन दीये दीपावली की पहचान है। सदियों से दिवाली पर दीये जलाने की परंपरा कायम है, जो अमावस के अंधकार को भी प्रकाशमय कर, हमारे मन में भी उत्साह और प्रकाश का संचार करती है। कब से हर घर में दीये जलाने की परंपरा शुरू हुई यह कोई नहीं जानता, लेकिन इस बारे में कई तरह की बातें कही जाती है। माना इस महापर्व पर दीये जलाने से लक्ष्मी प्रसन्न होती है और इस संबंध में एक कथा भी बहुत प्रचलित है, जो दीप जलाने के कारण को स्पष्ट करती है।