जानिए वे लक्षण जो कैंसर का संकेत हो सकते हैं

कैंसर एक ऐसा रोग है जिसकी भयावहता को बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि बहुत कम ही ऐसे लोग होंगे जिन्होंने अपने किसी सगे-संबंधी को इस बीमारी से मरते हुए नहीं देखा हो। यह बीमारी भी रातोंरात नहीं होती है और इससे जुड़े कुछेक लक्षण ऐसे हैं जिनकी मदद से आप इस बीमारी की जांच करा सकते हैं। मेल ऑनलाइन में लिजी पैरी का कहना है कि कम से कम दस ऐसे घातक लक्षण हैं जिन पर गौर करने के बाद आप जान सकते हैं कि कहीं आप भी तो इस घातक बीमारी की चपेट में नहीं आने वाले हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि लम्बे समय तक कफ आना, घाव जो भरता नहीं हो, कोई ऐसा मस्सा हो जिसका रंग बदल गया हो और आंतों की कई ऐसी बातें हैं जो कैंसर की चेतावनी देती हैं। आपका वजन घटना शुरू हो गया हो, भोजन निगलने में दिक्कत होती हो, बिना किसी तकलीफ के कोई गांठ बन गई हो, लम्बे समय से कोई दर्द हो रहा हो, अनावश्यक कारण से रक्तस्राव हो रहा हो और पेशाब को रोकने में मुश्किल होती हो तो समझ लीजिए कि कहीं कुछ बड़ी गड़बड़ है।
 
ब्रिटेन की एक कैंसर रिसर्च स्टडी में पाया गया कि इस बीमारी के लक्षणों से जूझने वाले बहुत से लोग डॉक्टरों के पास नहीं गए क्योंकि उनकी नजर में ध्यान न देने योग्य थे। अगर आप को लगातार कफ (खांसी) आती है तो यह लंग कैंसर का चिन्ह हो सकता है। लगातार कफ, घाव जो भरता नहीं हो, अकारण होने वाली वजन में कमी और मूत्र संबंधी समस्याएं निरापद लग सकती हैं लेकिन ये लक्षण घातक हो सकते हैं। 
 
ब्रिटेन के एक अध्ययन में कहा गया है कि 1960 के बाद जन्मे प्रत्येक दो में से एक व्यक्ति में जीवन में किसी भी समय पर कैंसर पैदा हो सकता है। पर जिस तरह से इस बीमारी का खतरा बढ़ रहा है, उससे कहा जा सकता है कि आज के दो-तिहाई बच्चों का इस बीमारी के लिए इलाज किया जा सकता है।
 
अगर इस बीमारी का जल्दी इलाज शुरू हो जाता है तो कैंसर के मरीजों की जान बचाई जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप या आपके परिवार का कोई भी सदस्य इन बताए गए लक्षणों को अनदेखा करते हैं तो इसके घातक परिणाम हो सकते हैं। उनका कहना है कि लगातार खांसी आना या गले में कर्कशता बने रहना लंग कैंसर की निशानी हो सकता है। 
 
शरीर के किसी मस्से के आकार, रंग में परिवर्तन इस बात का संकेत हो सकता है कि आप त्वचा कैंसर से पीडि़त हैं। अगर मुंह का कोई घाव नहीं भरता है तो आप को मुंह का कैंसर हो सकता है। आपकी आंतों की कार्यप्रणाली में खराबी संकेत है कि आप आंतों के कैंसर से ग्रस्त हो सकते हैं। अगर आपको भोजन निगलने में दिक्कत होती है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको भोजन नलिका का कैंसर हो सकता है।
 
अगर आपके वजन में कमी आती है तो यह कई तरह के कैंसर की सूचना हो सकती है। इसी तरह मूत्राशय संबंधी गड़बडि़यों का अर्थ ब्लाडर का कैंसर या फिर प्रोस्टेट कैंसर का चिन्ह हो सकता है। यदि कोई गांठ बन जाती है तो यह भी कई तरह की बीमारियों का संकेत हो सकता है। यदि बिना किसी कारण से लगाकार दर्द बना रहता है तो यह भी कई तरह के कैंसर का आगमन की निशानी है। अगर शरीर से अकारण रक्तस्राव होता है तो इसका अर्थ आंतों, गर्भाशय या फिर योनिमुख के कैंसर का लक्षण हो सकता है।
 
क्या है बचाव की संभावना :
 
अगर आपका स्तन कैंसर के लिए इलाज किया गया है तो 96 फीसद महिलाएं कम से कम एक और वर्ष तक जीवित रहती हैं। 87 प्रतिशत महिलाएं पांच वर्षों के लिए और 78 फीसद महिलाएं एक दशक तक जीवित रह सकती हैं। 
 
अगर आप त्वचा कैंसर से पीडि़त हैं तो 88 फीसदी पुरुष पांच वर्ष या इससे अधिक समय तक जीवित रह सकते हैं। पर महिलाएं अधिक समय तक जीवित रह सकती हैं और 92 प्रतिशत महिलाएं कम से कम पांच वर्षों तक जीवित रह सकती हैं।
 
लंग कैंसर होने पर मात्र 8 फीसदी पुरुष पांच वर्षों या अधिक समय तक जीवित रहते हैं जबकि बारह फीसदी महिलाएं इतने समय तक जीवित रहती हैं।  
 
प्रोस्टेट कैंसर के करीब 85 फीसदी मरीज अगले पांच वर्षों या अधिक समय तक जीवित बने रह सकते हैं।
 
जबकि आंतों का कैंसर होने पर 59 फीसद पुरुष पांच या अधिक वर्षों तक जीवित रहते हैं जबकि महिलाओं के लिए यह आंकड़ा 58 प्रतिशत का है। 

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