यह संक्रमण मिट्टी से फैलता है क्योंकि यह फंगस मिट्टी में मौजूद होते हैं। जब मिट्टी हवा में उड़ती है, तो यह फंगस सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाता है। जो लोग खेतों में काम करते हैं, निर्माण स्थलों पर काम करते हैं या धूल भरे क्षेत्रों में रहते हैं, उन्हें मिट्टी में मौजूद फंगस के संपर्क में आने का खतरा अधिक होता है। गर्म जलवायु और शुष्क क्षेत्रों में यह फंगस अधिक सक्रिय होता है, इसलिए ऐसे इलाकों के लोगों में यह बीमारी होने की संभावना अधिक होती है।
वैली फीवर से बचाव के उपाय:
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मास्क पहनें, खासकर धूल भरे क्षेत्रों में जाने पर।
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धूल भरे इलाकों में जाने से बचें।
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स्वच्छता का ध्यान रखें। हाथों को नियमित रूप से धोएं।
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यदि आपको वैली फीवर के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
वैली फीवर एक गंभीर बीमारी हो सकती है, इसलिए इसके लक्षणों के बारे में जागरूक रहना और बचाव के उपायों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
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