इसका उद्देश्य लोगों को शाकाहारी भोजन के लिए प्रेरित करना है। यह दिन मनाने का प्रमुख उद्देश्य लोगों में शाकाहार भोजन में रुचि को बढ़ाना, प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा को प्रोत्साहित करना है। धीरे-धीरे अब पूरी दुनिया में शाकाहारी भोजन के प्रति लोग आकर्षित हो रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के बाद से लोगों ने मांसाहार को छोड़कर शाकाहारी भोजन की तरफ अपने कदम बढ़ाए हैं। शाकाहारी भोजन जहां मनुष्य को खुशी देती हैं, वही लंबे जीवन जीने की संभावनाओं को भी बढ़ाता है। जहां मांसाहारी भोजन के कई दुष्परिणाम होते हैं, वही शाकाहारी भोजन अपने आप में बहुत अच्छा भोजन माना जाता है तथा इससे सेहत को खास नुकसान नहीं होता है।
शाकाहारी भोजन जहां पचने में आसान होता हैं, वही मांसाहारी भोजन को पचने में अधिक समय लगता है, यानी कम से कम 36-60 घंटे इसे पचाने में लगते हैं। शाकाहारी भोजन में मिलने वाला फायबर, प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट, वसा, विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेन्ट, अमीनो एसिड आदि ऐसे कई आवश्यक तत्व हमें कई घातक बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं।