डॉ सुस्मित कोस्टा ने बताया कि, सामान्य जुकाम भी हो सकता है। लेकिन देखा जाए तो लक्षण जरूर एक जैसे है। सामान्य बुखार भी आ सकता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि बुखार हमेशा वेरिएंट के कारण ही आ रहा हो। कोरोना से पहले भी जब हमें कभी बुखार आता था तब हम टेस्ट कराते थे ताकि मलेरिया या डेंगू नहीं हो। वैसे ही चेक कराना जरूरी है कि हमे सीजनल फीवर है या डेल्टा प्लस की वजह से फीवर तो नहीं आ रहा है। कई बार डॉक्टर आपको जांच कराने के लिए कहते है, इसके बाद में इलाज शुरू किया जाता है। इसलिए ऐसा जरूरी नहीं है कि हर बार जुकाम होना डेल्टा वेरिएंट के लक्षण है।