मदर टेरेसा : सेवा या धर्मांतरण

हाल ही में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि मदर टेरेसा की गरीबों की सेवा के पीछे का मुख्य उद्देश्य उनका ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराना था। अगर यह (धर्मांतरण) सेवा के नाम पर किया जाता है, तो सेवा का मूल्य खत्म हो जाता है।
 
भागवत के इस बयान का  राजनीतिक दलों समेत अन्य संगठनों ने भी काफी विरोध किया था। संघ के प्रमुख के इस बयान में कितनी सच्चाई है या फिर ईसाई मिशनरियों की सेवा के पीछे मुख्य उद्देश्य धर्मांतरण ही होता है। देखिए इसी मुद्दे पर सटीक विश्लेषण...

 

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