देवशयनी एकादशी आज, जानिए कैसे करें पूजन, कौन से बोले मंत्र, धन के लिए क्या करें उपाय?
Devshayani Ekadashi Worship
आज देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2023) का व्रत रखा जा रहा है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार इस दिन से भगवान श्रीहरि विष्णु 4 माह के लिए योगनिद्रा में चले जाएंगे और चातुर्मास प्रारंभ होगा। इन चार माहों में श्रीहरि विष्णु की पूजा का महत्व माना गया। ध्यान रखें कि श्रीहरि को भोग लगाते समय नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग नैवेद्य में नहीं किया जाता है। आइए यहां जानते हैं कैसे करें भगवान श्री विष्णु का पूजन, उनके मंत्र और धन के खास उपाय के बारे में-
कैसे करें पूजन : How to worship Shri Vishnu :
1. देवशयनी एकादशी के पूजन में शुद्धता व सात्विकता का विशेष महत्व है, अत: प्रात: स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें।
2. इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को लाल या पीला कपड़ा बिछाकर लकड़ी के पाट पर रखें। फिर मूर्ति को स्नान कराएं और यदि चित्र है तो उसे अच्छे से साफ करें।
3. पूजन में देवताओं के सामने धूप, दीपक अवश्य जलाना चाहिए। देवताओं के लिए जलाए गए दीपक को स्वयं कभी नहीं बुझाना चाहिए।
4. अब विष्णु जी के मस्तक पर हल्दी कुंकू, गोपी चंदन और चावल लगाएं। फिर उन्हें हार और फूल चढ़ाएं।
5. फिर श्रीहरि विष्णु जी की पंचोपचार या षोडशोपचार पूजा करें। पंचोपचार में गंध, पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करने के बाद आरती की जाती है।
6. पूजन में अनामिका अंगुली से चंदन, कुमकुम, अबीर, गुलाल, हल्दी, मेहंदी आदि लगाएं।
7. भगवान विष्णु को इस हरिशयन मंत्र से सुलाएं :
सुप्ते त्वयि जगन्नाथ जमत्सुप्तं भवेदिदम्।
विबुद्दे त्वयि बुद्धं च जगत्सर्व चराचरम्।
- अर्थात हे जगन्नाथ जी! आपके निद्रित हो जाने पर संपूर्ण विश्व निद्रित हो जाता है और आपके जाग जाने पर संपूर्ण विश्व तथा चराचर भी जाग्रत हो जाते हैं।
8. पूजा करने के बाद प्रसाद या नैवेद्य अर्पित करें। प्रत्येक पकवान पर तुलसी का एक पत्ता रखा जाता है।
9. फिर आरती करके नैवेद्य चढ़ाकर पूजा का समापन किया जाता है और वही नैवेद्य प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।
10. इस प्रकार भगवान विष्णु का पूजन करने के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराकर स्वयं भोजन या फलाहार ग्रहण करें।
11. विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ तथा एकादशी कथा का वाचन करें।
12. देवशयनी एकादशी पर रात्रि में भगवान विष्णु का भजन व स्तुति करना चाहिए और स्वयं के सोने से पहले भगवान को शयन कराना चाहिए।
1. देवशयनी एकादशी पर दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर श्रीहरि विष्णु का अभिषेक करें।
2. भगवान विष्णु को खीर, पीले फल या पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं।
3. इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें
4. देवशयनी एकादशी पर गाय के कच्चे दूध में केसर मिलाकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें।
5. भगवान श्री विष्णु के मंदिर में जाकर अन्न यानी गेहूं, चावल आदि का दान करें और इसे गरीबों में बांट दें।
इन उपायों से धन लाभ की प्राप्ति होकर मनुष्य की निरंतर उन्नति होती हैं।
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