गुजरात में तेलशोधक संयंत्रों वाले शहर जामनगर में विधानसभा चुनाव के दौरान इस बार कारपोरेट जगत की अहम भूमिका रहेगी और राज्य के दोनों प्रतिद्वंद्वी दलों सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस अपने-अपने तरह से उन्हें लुभाने का प्रयास कर रहे हैं।
जामनगर में आठ विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें छह ग्रामीण क्षेत्र से संबद्ध हैं। पिछले 12 वर्षों के दौरान सरकार की गोकुल ग्राम योजना के तहत कारपोरेट जगत के निशान स्पष्ट रूप इन क्षेत्रों पर दिखाई दे रहे हैं। सरकार ने गोकुल ग्राम योजना के तहत इन क्षेत्रों में निजी क्षेत्रों को काफी प्रोत्साहित किया था।
जामनगर (सिटी) से भाजपा उम्मीदवार प्रो. वासुबेन त्रिवेदी ने कहा हम सरकार और कारपोरेट जगत के बीच अधिक से अधिक साझेदारी चाहते हैं। दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र हरिदास लाल ने कहा कांग्रेस भी इस विचार के खिलाफ नहीं है, लेकिन हम इसमें अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कारपोरेट जगत की साझेदारी से भ्रष्टाचार को बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए।