Biography of maharana pratap in hindi : महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। महाराणा की जयंती विक्रमी संवत के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती है। उन्होंने देश और धर्म की रक्षार्थ अपना बलिदान दिया था। वे सिर्फ राजस्थान ही नहीं संपूर्ण भारत के वीर सपूत थे। आओ जानते हैं महाराणा प्रताप का संपूर्ण परिचय।
मेवाड़ विजयी : मरने से पहले महाराणा प्रताप ने अपना खोया हुआ 85% मेवाड़ फिर से जीत लिया था।
20 साल जंगल में रहे : सोने, चांदी और महलों को छोड़कर वो 20 साल मेवाड़ के जंगलो में भटकते रहे।
लुहार और आदिवासी समाज का बलिदान : महाराणा प्रताप ने जब महलों का त्याग किया तब उनके साथ लुहार जाति के हजारो लोगों ने भी घर छोड़ा और दिन रात राणा कि फौज के लिए तलवारें बनाईं। हल्दी घाटी के युद्ध के 300 साल बाद भी वहां जमीनों में तलवारें पाई गई। आखिरी बार तलवारों का जखीरा 1985 में हल्दी घाटी में मिला था। मेवाड़ के आदिवासी भील समाज ने हल्दी घाटी में अकबर की सेना के छक्के छुड़ा दिए थे।