बारहवीं, तेरहवीं और चौदहवीं लोकसभा में भी वे विजयी रहे। अगस्त 2010 में बिहार राज्यसभा के सदस्य निर्वाचित हुए और कार्मिक तथा पेंशन मामले और ग्रामीण विकास समिति के सदस्य बनाए गए। 2019 में लोकसभा चुनावों से पहले रामविलास पासवान ने अपने बेटे चिराग पासवान को पार्टी का अध्यक्ष बना दिया था।