BJP reprimands Kangana Ranaut over remarks on farmers protest : भाजपा सांसद व बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की ओर से किसान आंदोलन पर दिए बयान से भाजपा ने दूरी बना ली है। इसके साथ ही भाजपा ने उन्हें नसीहत भी दी है। पार्टी ने कहा है कि भविष्य में ऐसे कोई बयान न दें। पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि कंगना रनौत को नीतिगत मामलों में बोलने की न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं। पार्टी के ओर से अधिकृत बयान में कहा गया है कि 'भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन के परिप्रेक्ष्य में दिया गया बयान पार्टी का मत नहीं है। भाजपा कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है।
पार्टी ने जारी किया अधिकृत बयान : पार्टी की ओर से भाजपा के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं। भाजपा की ओर से कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें। भाजपा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास' तथा सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर चलने के लिए कृतसंकल्पित है।
क्या कहा था कंगना ने : कंगना रनौत ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। केंद्र सरकार ने किसान बिल को वापस ले लिया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी योजना थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे। कंगना रनौत के किसान आंदोलन को दिए विवादित बयान पर पंजाब कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजकुमार वेरका ने कंगना रनौत पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट लगा असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत रोज पंजाब के नेताओं के खिलाफ जहर उगलती है।
इस तरह पार्टी ने कंगना रनौत के बयान से ही दूरी बना ली है। इसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बनाने की कोशिश की गई थी। लेकिन सरकार की सजगता के चलते ऐसा नहीं हुआ था। कंगना रनौत के बयान को लेकर काफी विवाद हुआ था। इससे पहले भी किसान आंदोलन के दौरान उन्होंने कई ऐसी टिप्पणियां की थीं, जिसे लेकर उनके खिलाफ गुस्सा भड़क गया था।