सांसद के आने की खबर मिलते ही किसान एकत्रित हो गए और प्रदर्शन करने लगे। कृषि कानूनों को रद्द नहीं करने से नाराज किसानों ने केंद्र के खिलाफ नारे लगाए और सैनी के पहुंचने से पहले शिलापट्टी पर काला रंग फेंक दिया।हालांकि बाद में प्रदर्शनकारी वहां से चले गए और सांसद ने सभी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया।(भाषा)