मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा से किसान ट्रैक्टर यात्रा के लिए दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर रवाना होने से पहले किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा, किसान अपनी मांगें माने जाने तक घर वापसी को तैयार नहीं हैं। कृषि कानूनों की वापसी के लिए किसानों ने 'करो या मरो' का संकल्प लिया है और किसान कृषि कानूनों को वापस कराकर रहेंगे।
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में उन्होंने कहा, किसान अब 2022 के चुनाव में भी सोच-समझकर फैसला करेंगे। आंदोलन जारी रहेगा और गाजीपुर बॉर्डर पर 26 (जून) को होने वाली किसान महापंचायत में आगे की रणनीति बनाई जाएगी।इस दौरान किसानों की ट्रैक्टर यात्रा के कारण कई मार्गों की यातायात व्यवस्था प्रभावित हो गई और मोदीपुरम, कंकरखेड़ा, बागपत बायपास से परतापुर तक लंबा जाम लग गया।(भाषा)