यह देखकर अच्छा लगता है कि पश्चिमी परिधान पसंद करने वाले भारतीय डिजाइनर अब भी साड़ी पसंद करते हैं।
आप कभी नहीं जानते कि किसी डिजाइनर की कल्पना को क्या चीज छू जाती है। कभी लुक्स बहुत वजनदार होते हैं,
आज फैशन के इस युग में रोजाना नित नए आकार-प्रकार में ढलकर हाथों की शोभा बनने वाले लाख के ये कंगन अब द...
आज कल के आपाधापी वाले युग में स्कूल, कॉलेज और कामकाजी युवतियों और महिलाओं में फैशन का एक नशा-सा छाय...
पर्स, आधुनिक नारी की एक अनिवार्यता है। स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाली बालाएँ हों अथवा कामकाजी महिलाएँ, अ...
हिना या मेहँदी लगाना वह कला है जो संस्कृति, धर्म या किसी तरह की पाबंदी, सीमाएँ नहीं
आपके पास खूबसूरत ड्रैस तो है, लेकिन अगर ऐसे में आपके पास स्टाइलिश डांडिया न हो तो गरबा उत्साह का मजा...
वर्तमान फैशन के युग में जहाँ सभी कुछ बदला-बदला सा नजर आता है। वहीं दुपट्टा या ओढ़नी भी इस मामले में प...
एक समय था, पुरुषों का सजना-सँवरना अच्छा नहीं माना जाता था। घर के बड़े-बूढ़े कहते थे क्या लड़कियों की तर...