पिता अपनी हर परेशानियों को अपनी मुस्कान में छुपाकर हमें जीवन की हर खुशियां देते हैं, आपको हौसला देते हैं। चाहे जीवन में कुछ भी हो जाए, वो हमेशा आपके साथ हैं। उनसे मिली हिम्मत ही तो है, जो आपको कभी टूटने नहीं देती। पिता के लिए सिर्फ एक ही दिन क्यों, हर दिन उनका है। उनसे ही तो बच्चों का जीवन है। उनसे ही तो बच्चों की खुशियां हैं। उनके इस प्यार को शब्दों में पिरोना बहुत मुश्किल है।
पिता से मिले संस्कार व उनकी सीख ही हर मुसीबत से निपटने का साहस देती है। उनके बिना जीवन अधूरा है, अस्तित्व अधूरा है। पिता का सिर्फ इतना ही कहना कि 'चिंता मत करना, मैं हूं न बेटा' हर मुश्किल व हर परेशानी का समाधान है। शायद ही ऐसी हिम्मत आपको कोई और दे सके।