कोलंबिया पहले मैच में जापान से 1-2 से हार गया था लेकिन अगले मैच में उसने पोलैंड को 3-0 से हराकर शानदार वापसी की। उसे अगर नॉकआउट में जगह बनानी है तो सेनेगल पर हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी। कोलंबिया के अभी 3 अंक हैं जबकि ग्रुप 'एच' में जापान और सेनेगल 4-4 अंकों के साथ पहले 2 स्थान पर हैं। सेनेगल ने पहले मैच में पोलैंड को 2-1 से हराया जबकि जापान को 2-2 से बराबरी पर रोका।
वह अगर कोलंबिया को बराबरी पर रोक देता है, तब भी वह अगले दौर में पहुंच जाएगा। सेनेगल के लिए हालांकि कोलंबिया को रोकना आसान नहीं होगा। अगर उसे वास्तव में नॉकआउट में जगह सुनिश्चित करनी है तो उसके रक्षकों को बेहतर प्रदर्शन करना होगा और साडियो माने को भी अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।
सेनेगल 2002 में क्वार्टर फाइनल में पहुंचा था और तब उसके कप्तान अलिओयु सिसे थे, जो अब टीम के कोच हैं लेकिन वे अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं। सिसे ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो जापान के खिलाफ हमने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। कोच की यह चिंता अपनी रक्षापंक्ति को लेकर है जिसने जापान के खिलाफ 2 बार बढ़त गंवाई। इन दोनों अवसरों पर रक्षापंक्ति का लचर प्रदर्शन टीम पर भारी पड़ा।
सेनेगल को ऐसी किसी गलती से बचना होगा। यही नहीं, अग्रिम पंक्ति में माने को भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। सिसे ने कहा कि माने ने जापान के खिलाफ पोलैंड की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन उसे कोलंबिया के खिलाफ इससे भी बेहतर प्रदर्शन करने की जरूरत है। जहां तक कोलंबिया का सवाल है तो उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही। वह किसी एशियाई देश से हारने वाली पहली दक्षिण अमेरिकी टीम बनी।
लेकिन उसकी टीम को शुरू से ही 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा, जबकि जेम्स रोड्रिग्ज भी चोटिल होने के कारण शुरुआती एकादश में नहीं थे। रोड्रिग्ज ने हालांकि पोलैंड के खिलाफ शानदार खेल दिखाया तथा कई अच्छे मूव बनाए। इस मैच में राडेमल फाल्काओ, एरी मिना और जुआन कुआडराडो ने गोल किए। रोड्रिग्ज और फाल्काओ की जोड़ी जब रंग में होती है, तो किसी टीम के लिए उन्हें रोकना आसान नहीं होता है और ऐसे में सेनेगल को उनसे बेहद सतर्क रहना होगा। यह मैच भारतीय समयानुसार शाम 7 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा। (भाषा)