स्वीडिश टीम हर लिहाज़ से कोरिया से मजबूत थी। इसके बावजूद स्वीडन ने विश्वकप शुरू होने से पहले कोरियाई टीम की जासूसी की थी। स्वीडन ने अपने पहले मैच से पहले इस बात के लिए माफी भी मांगी थी। दरअसल स्वीडन के एक जासूस ने इस महीने ऑस्ट्रिया में कोरिया के ट्रेनिंग बेस के पास एक मकान किराए पर लेकर टेलीस्कोप और वीडियो कैमरा के जरिए कोरियाई ट्रेनिंग सत्रों पर निगरानी रखी थी।
स्वीडन के कोच जेन एंडरसन ने कोरिया के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर इस बात के लिए माफी मांगते हुए कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अपने विपक्षी का सम्मान करें, लेकिन जो कुछ हुआ यदि वह सही नहीं है तो हम उसके लिए माफी मांगते हैं। यह एक छोटी-सी घटना थी जिसे काफी बड़ा बना दिया गया है। आमतौर पर हम अपने विपक्षी टीमों के बारे में जानकारी उन्हें मैच खेलते हुए देखकर हासिल करते हैं।